शनिवार, 13 अगस्त 2016

इक बार हँस दो

कविता के रचना की तिथि 01-05-2004, स्थान- नई दिल्ली 

2 टिप्‍पणियां:

  1. अपनी रचनाओ को जारी रखना मित्र, जब मन उदास हो तो यही हंसाती और रुलाती है... keep going

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